प्रेम वो नहीं जो पहला हो या दूसरा हो , प्रेम तो वो है जिसके बाद कोई प्रेम न हो

प्रेम वो नहीं जो पहला हो या दूसरा हो , 
प्रेम तो वो है जिसके बाद कोई प्रेम न हो 

Comments

Popular posts from this blog

मशहूर होने की,_ _आप मुझे पेहचानते हो_ _बस इतना ही काफी है._ _अच्छे ने अच्छा और_ _बुरे ने बुरा जाना मुझे,_ यादे किसी सकस की जो हमारे बीच नहीं रह कर भी है

नेपाल मे अधिक बारिश के कारण गुमने जा रही बस को पानी के बहाओ मे ले गया